परिवार
अनजान लोगों के बीच अनजान जगह पर
एक जन्म लेता बच्चा उम्मीदों का आँचल बन
जिसे जन्म का ज्ञान नही
मरण का प्रमाण नही
जीवन की परिभाषा का आभास नही
पर जन्म लेता एक परिवार में ।
सिखाते जिसे पग पग पर बढ़ना
गिरने पर सबने हाथ है बढ़ाए
चाहते चलाना तेज़ उसे वक़्त की धारा से
गैरो के बीच दौड़ाने के लिए ।
पलता बढ़ता बच्चा समझ नही पाता
किस परिवार का वो हिस्सा है
जिन्हें वो जानता भी नही
क्या उन्ही से उसके जीवन का हर किस्सा है
उलझन में वो बढ़ता रहता
अनुकरण से वो सीखता रहता
समझ मे उसे फिर भी ना आता
ये परिवार उसे इतना क्यों है सताता
पग पग भर साथ देते हुए
हर दर्द में अपना हाथ देते हुए
जिंदगी की असली मझदार में
ये परिवार ही उसे क्यों है कोसता
बच्चे की उलझन कभी नही समाप्त होती
परिवार की जो परिभाषा सीखी
वो पल पल क्यो है बदलती
सब कुछ पाने के बाद भी
उसे आखिर अपनो की सुकूँ की गोद
अंत मे क्यों नही मिलती ।
IG @ajain_words
Dr. SAGHEER AHMAD SIDDIQUI
09-Dec-2021 12:58 PM
Wah
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Shrishti pandey
09-Dec-2021 08:27 AM
Bahut badhiya
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Abhilasha sahay
08-Dec-2021 07:24 PM
Very nice 👌
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